पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता और उसके विधायक राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने और उसे अपरदस्थ करने के लिये निरंतर एक-से-बढ़कर-एक साजिश कर रहे हैं. लेकिन उन्हें उनकी कोशिशों में कभी भी कामयाबी नहीं मिलेगी क्योंकि भाजपा गलत रास्ते पर है.
श्री तिर्की ने कहा कि भाजपा को इंडिया गठबंधन की सरकार को अस्थिर कर अव्यवस्था फैलाने की बजाय लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिये और जिस प्रकार से भाजपा विधायक, विधानसभा में हाई वोल्टेज ड्रामा और अव्यवस्था पैदा कर रहे हैं इससे वे अपने-आप को ही जनता की नजरों में एक्सपोज कर रहे हैं. श्री तिर्की ने कहा कि वर्तमान विधानसभा का यह संभवत अंतिम सत्र है और इस दृष्टिकोण से भी विधानसभा में सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष के विधायकों को भी अपनी मर्यादा, नैतिकता और अपने आचरण का ख्याल रखना चाहिये.
श्री तिर्की ने कहा कि भाजपा की ऐसी कारगुजारियों से अब झारखण्ड की जनता भ्रमित होने वाली नहीं है और सभी को यह अच्छी तरह से पता है कि भाजपा किस प्रकार से झारखण्ड की निर्वाचित एक वैसी लोकतांत्रिक सरकार को गिराना चाहती है जिसने अपना एक-एक मिनट आम जनता के हित और राज्य की बेहतरी में लगाया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि 31 जुलाई को विधानसभा में भाजपा नेताओं ने जैसा अव्यवहारिक व्यवहार, दबंगई और लोकतंत्र के प्रति निरंकुशता का परिचय दिया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है और उसके लिये झारखण्ड की जनता उसे कभी भी माफ नहीं करेगी.
श्री तिर्की ने कहा कि देश के अनेक राज्यों की विधानसभा में बैठक के दौरान इस तरह की अप्रिय घटनायें होती रहती है लेकिन भाजपा को यह समझना चाहिये कि झारखण्ड कोई वैसा अन्य प्रदेश नहीं है बल्कि यहाँ वैसे लोग रहते हैं जो प्रकृति के साथ गहराई से जुड़े हैं और लोकतंत्र एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था से चुनी हुई सरकार की प्रति उनमें गहरी आस्था एवं सम्मान है.
उन्होंने कहा कि भाजपा, केवल और केवल फालतू की बातों को मुद्दा बनाकर सदन में कोई भी काम नहीं होने देना चाहती और इसकी जितनी भी निन्दा की जाये वह कम है. श्री तिर्की ने कहा कि झारखण्ड की गरीबी, यहाँ के आम ग्रामीणों की भलाई, आदिवासी जमीन की लूट, सीएनटी-एसपीटी एक्ट जैसे कानूनों की अवहेलना, महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी के साथ ही केन्द्र सरकार के पास बकाया 1 लाख 36 हज़ार करोड रुपये जैसे अनेक मुद्दे बेहद महत्वपूर्ण एवं गंभीर हैं.
इसके अलावा 2024-25 के केन्द्रीय बजट में झारखण्ड की अपेक्षा और आकांक्षा का पूरा न होना भी वैसा ही ज्वलंत मुद्दा है. लेकिन भाजपा नेता और विधायक, विधानसभा की चर्चा को डिरेल करना चाहते हैं और वे नहीं चाहते कि झारखण्ड विधानसभा कोई वैसा निर्णय ले जो आम जनता के लिये मील का पत्थर साबित हो. श्री तिर्की ने कहा कि भाजपा एक सुनियोजित साजिश के तहत झारखण्ड की सरकार ही नहीं बल्कि झारखण्ड की छवि को भी पूरे देश में बदनाम करना चाहती है और इसके लिये उसे माफ़ नहीं किया जा सकता.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि विपक्षी भाजपा विधायकों के दुर्भाग्यपूर्ण व्यवहार के बाद भी माननीय मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी मानवीयता और संवेदनशीलता के साथ ही संसदीय कुशलता का भी परिचय देते हुए विधानसभा में जाकर भाजपा विधायकों से बात कर समस्या के समाधान का प्रयास किया. लेकिन भाजपा विधायकों का अरियल रवैया दुर्भाग्यपूर्ण रहा जो यह बताने को पर्याप्त है कि उनमें संसदीय मर्यादा और परंपराओं के प्रति सम्मान की कोई भी भावना नहीं है और राजनीति उनके लिए केवल पेशा है ना कि जनसेवा और झारखण्ड की तरक्की का माध्यम.