
Ramdas Soren Death: झारखंड के शिक्षा मंत्री और JMM विधायक रामदास सोरेन का शुक्रवार (15 अगस्त) को निधन हो गया. दिल्ली के एक प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके बेटे ने सोशल मीडिया पर निधन की सूचना दी. घाटशिला से विधायक चुने गए रामदास सोरेन को 30 अगस्त 2024 में झारखंड सरकार में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी. घाटशिला से दो बार विधायक चुने गए.
पूरे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति- श्वेता सिंह
बोकारो सीट से कांग्रेस की विधायक श्वेता सिंह ने कहा, “झारखंड के शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. यह न केवल झारखंड की राजनीति के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है. उनका सरल व्यक्तित्व, जनसेवा के प्रति समर्पण और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सदैव याद रखा जाएगा. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल दें. ॐ शांति.”
पूर्व सीएम रघुवर दास ने जताया शोक
पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा, “झारखंड के स्कूली शिक्षा व निबंधन मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के निधन का दुखद समाचार मिला. बाबा बैद्यनाथ उनकी आत्मा को शांति और उनके परिजनों को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति.”
हमने अपना अभिभावक खोया है- संजीब सरदार
जेएमएम विधायक संजीब सरदार ने कहा, “झारखंड के माननीय शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. यह क्षति कोल्हान की जनसेवा और राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय है. हमने अपना अभिभावक खोया है जिसकी भरपाई हो पाना असंभव है. मरांग बुरू से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को चिरशांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारजनों को इस कठिन समय में धैर्य एवं शक्ति दें. विनम्र श्रद्धांजलि.”
ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा – मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा…अंतिम जोहार दादा….
हमसब के लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति: कुणाल सारंगी
कुणाल सारंगी ने कहा रामदास सोरेन के लाखों चाहने वालों, शुभचिंतकों, कर्मठ कार्यकर्ताओं, स्कूली शिक्षा व निबंधन विभाग के सहयोगियों और हम सबके लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है.
पूरा @JmmJharkhand परिवार इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सभी चिकित्सकों और उनकी टीमों के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने पिछले 2 अगस्त से लेकर आज तक दिन रात उन्हें ठीक करने के लिए बहुत मेहनत की लेकिन ईश्वर की मर्जी के आगे हम सब मजबूर हैं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें। ऊँ शांति!