माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार ने आज प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित ‘वर्ल्ड फूड इंडिया फेस्टिवल-2024’ में झारखंड पवेलियन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाने का वर्ल्ड फूड इंडिया भारत सरकार की उल्लेखनीय पहल है। राज्यपाल महोदय ने वहाँ लगे स्टालों का परिभ्रमण किया एवं स्टॉलधारकों से उत्पादों के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्राप्त की l माननीय राज्यपाल ने यहां पर लगे झारखंड के परंपरागत व्यंजन की सराहना की तथा यहां के परम्परागत खाद्य पदार्थ से बने उत्पाद के प्रति लोगों के आकर्षण को देखकर हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि झारखंड के श्री अन्न मडुआ (रागी) के अतिरिक्त अन्य परम्परागत खाद्य से बने उत्पादों की लोकप्रियता में अपार वृद्धि हुई है एवं इसकी मांग देश ही नहीं, विदेशों में भी है।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में झारखंड पवेलियन में आने वाले कंपनियों के प्रतिनिधियों ने झारखंड में निवेश को लेकर काफी दिलचस्पी दिखा रही है . झारखंड सरकार के उद्योग विभाग के निदेशक सुशांत गौरव ने कहा कि वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में झारखंड में निवेश के लिए 30 से अधिक कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई है. जिससे झारखंड में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में लगभग 1000 करोड़ रुपये की निवेश की संभावना है तथा इससे तकनीकी आदान प्रदान एवं सहभागिता भी बढ़ेगी. इसके अलावा इससे 5000 से अधिक लोगों को आजीविका उपार्जन में मदद मिलेगी. इसकी सहायता से सेल्फहेप ग्रुप और एफपीओ सुदृढ़ होंगे एवं एफपीओ की आय में भी वृद्धि होगी.
सुशांत गौरव ने कहा कि इससे आधारभूत संरचना में विकास एवं सप्लाई चेन में भी मजबूती आएगी.
उन्होंने बताया कि झारखंड में निवेश की इच्छा जिन कम्पनियों ने जताई है उनमें अमूल, एफसपीओ बगीना, सविष्णु हरि हरि बोल, विस्ता फूड, फूड चेन आईडी सांझ, आयस्टो एनर्जी, बाडगो, होरिका एक्स्पो, कांजी मंजरी प्योर ऑर्गेनिक फूड, बजाज फूड्स हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड रामांजलि ऑर्गेनिक, लीगल किचेन फूड्स लिमिटेड, कलमा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, टेंजेंट ओवरसीज, इनोवेटिव फूड्स, प्रो एग्रो , प्राइम फूड्स, जे एम गाउरमेट आदि प्रमुख हैं.