
रांची, दिनांक: झारखंड की राजधानी रांची में गुरुवार को भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. ये हादसा बुंडू थाना क्षेत्र में उस वक्त हुआ, जब आदिवासी संगठनों की ओर से बुलाई गई जन आक्रोश रैली में शामिल होने जा रहे ग्रामीणों से भरी एक पिकअप सवारी वैन रांची-टाटा हाईवे पर गोसाईडीह गांव के पास पलट गई.
पुलिस के अनुसार, पिकअप का टायर अचानक फट गया, जिससे वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वो सड़क किनारे खेत में पलट गया. वाहन में ऊपर और नीचे बैठे कई लोग उसके नीचे दब गए. इस हादसे में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई।

जिन चार लोगों की जान चली गई उन मृतकों की पहचान ब्रजकिशोर मुंडा (35), रासबिहारी मुंडा (45), डोमन सिंह मुंडा (48), और जगरनाथ सिंह मुंडा (55) के रूप में की गई है. ये सभी मृतक बुंडू थाना क्षेत्र के सिगिद और ऊपर बालालौंग गांव के निवासी थे.
जबकि 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.
घायल लोगों को रिम्स अस्पताल रांची लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. हादसे की खबर सुनते ही आदिवासी सामाज के युवा समाजसेवी, मोरहाबादी निवासी अमित मुंडा तत्काल रिम्स पहुंचे. उन्होंने अस्पताल में घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना और डॉक्टरों से बेहतर इलाज की व्यवस्था करने का अनुरोध किया.

अमित मुंडा ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए घायलों के परिजनों को कंबल, खाना, पानी एवं अन्य जरूरी सामग्रियों की सहायता उपलब्ध कराई. दुर्घटना में घायल दो गंभीर घायलों का इलाज फिलहाल सदर अस्पताल में भी चल रहा है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
अमित मुंडा ने मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. इस अवसर पर उन्होंने कहा यह हादसा पूरे समाज के लिए एक गहरी पीड़ा है. जिन्होंने अपने परिजन खोए हैं, उनके साथ हम सबकी संवेदनाएं हैं. घायल भाई-बहनों के लिए हर संभव मदद की जाएगी. आगे श्री मुंडा ने कहा कि यह समय एक-दूसरे के दुख में साथ खड़े होने का है.
