गुमला में बड़ा हादसा होने से टला. सुरक्षाबलों को क्षति पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने हरिनाखाड़ जंगल के रास्ते पर दो दो किलो के पांच सीरियल इम्प्रोवाइज्ड एक्स्लोसिव डिवाइस(आईईडी) लगाए थे. जिसकी सूचना सुरक्षा बलों को हो रही. इसके बाद मंगलवार देर शाम एसएसपी के नेतृत्व में छापेमारी टीम हरिनाखाड़ जंगल के रास्ते पहुंची. जहां ग्रामीणों का आवागमन बंद किया गया गया. मंगल वार देर रात होने की वजह से बुधवार सुबह बम निरोधक टीम बुलाया गया. जो एक एक कर पांच आईईटी को बरामद कर उसे डिफ्यूज किया. इस दौरान उसकी आवाज से पूरा इलाका ठर्रा गया.
मामले को लेकर एसपी शंभू ने बताया कि आईईटी बम काफी शक्तिशाली था. अगर इसका पता नहीं चल पाता तो सुरक्षा बलों को इससे काफी नुकसान पहुंच सकता था. वहीं बम डिफ्यूज के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया.