झारखंड की सियासत में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा थमने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा ने संताल में बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी में बदलाव को सियासी मुद्दा बनाया है. भाजपा राज्य में बढ़ते बांग्लादेशी और घटनी आदिवासियों की बीजेपी के होते ही चंपाई भी घुसपैठ के लिए लगातार हेमंत की सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं अब इस मामले में झारखंड के मुख्य सचिव एल खियांगते ने राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ के मामले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि घुसपैठ अंतरराज्यीय मामला है और झारखंड में घुसपैठ का प्रवेश बंगाल के ही रास्ते संभव है ऐसे में दोनों के बीच प्रभावी समन्वय की जरूरत है.
बांग्लादेश से बात करे भारत
मुख्य सचिव ने आगे लिखा है घुसपैठ से झारखंड ही प्रभावित नहीं है, बल्कि पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय जैसे राज्य भी प्रभावित हो रहे हैं. इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर भी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों से जुड़ा है। यह विषय राष्ट्रीय सुरक्षा, केंद्र-राज्य, अंतर राज्य संबंध से भी जुड़ा है, जिसकी जिम्मेदारी मूल रूप से केंद्रीय गृह मंत्रालय की है। राष्ट्रीय सुरक्षा की जिम्मेदारी को बेहतर समन्वय के साथ निभाने के लिए केंद्रीय एजेंसियां, इंटेलिजेंस ब्यूरो, बीएसएफ जिम्मेदार हैं। इसलिए वर्तमान में यह जरूरी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्यों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर इस समस्या का हल निकाला जा सके. इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में राज्य सरकार सभी संबंधित पक्षों और अपनी एजेंसियों के साथ आवश्यक बैठकें आयोजित करें. ऐसे परामर्शों के बाद राज्य सरकार उचित प्रस्तृतिकरण के साथ कोर्ट जा सकती है.