नौकरी के नाम पर हर साल भारत के लाखों लोग ठगी का शिकार होते हैं. जिनसे विदेशों में 16-18 घंटे काम लिया जाता है लेकिन खाने तक को भी नहीं दिए जाते है. ऐसा ही मामला कंबोडिया से आया है. साइबर ठगों ने 77 लोगों को अपना शिकार बनाया है जिनमें 67 को बचाया जा चुका है जबकि अन्य लोगों की तलाश की जा रही है. इसको लेकर गृह मंत्रालय ने आमलोगों के नाम अलर्ट जारी किया है. जिसे झारखंड पुलिस को भी भेज गया है. पुलिस ने झारखंड के हर राज्य के पुलिस को एजेंटों का पता लगाने का आदेश जारी किया है.
फर्जी एजेंट की तलाश जारी
अलर्ट में कहा गया है कि भारतीय दूतावास नोम पेन्ह, फर्जी एजेंटों के माध्यम से प्राप्त धोखाधड़ी वाली नौकरी की पेशकश में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने और वापस लाने में सक्रिय रूप से लगा हुआ है. 22 सितंबर को दूतावास विशेष सुराग के बाद कंबोडियाई पुलिस ने पोइपेट से 67 भारतीय नागरिकों को बचाया. जिसे दूतावास के अधिकारी भारत लाने की प्रक्रिया की देखरेख कर रही है.
देश के नागरिकों को संदेश दिया गया है कि सोशल मीडिया और विज्ञापनों के माध्यम से कंबोडिया और अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है. ऐसे में किसी विज्ञापन से बचे. भारतीय नागरिक जो वर्तमान में ऐसी गतिविधियों में फंसे है और भारत लौटना चाहते हैं उनके बारे में उनके रिश्तेदार आपातकालीन संपर्क नंबर +85592881676 और ईमेल cons.phompenh@mea.gov.in और visa.phompenh@mea.gov.in और कम्बोडियाई हॉटलाइन नंबर +85592686969 के माध्यम से भारतीय दूतावास से संपर्क कर सकते हैं.