झारखंड में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के पहले झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी और असम के सीएम हिमंता विस्वा सरमा पर राज्य में नफरत फैलाने का आरोप है. सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी सैयद अरशद नसर ने शुक्रवार को हिमंता के खिलाफ राधा नगर थाना में ऑनलाईन एफआईआर दर्ज कराई गई है और जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार करने की भी मांग की गई है.
सैयद अरशद नसर का कहना है कि हिमंता साहेबगंज में एक सभा को संबोधित करते हुए हिंदूस-मुस्लिम और आदिवासी समाज में नफरत पैदा कर आपसी भाईचारा को खंडित किया है. उनकी वजह से झारखंड में कभी भी दंगा भड़क सकता है. झारखंड और साहिबगंज जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती जनसंख्या का मुद्दा उठाकर भाजपा ने भारतीय सेना की क्षमता और निष्ठा पर सवाल खड़े किए हैं. इससे सेना की छवि धूमिल हो रही है.
अरशद ने अपने आवेदन में कहा है कि हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता-2023 की धाराओं के तहत और आदर्श चुनाव आचार संहिता (एमसीसी) की उचित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हो
इससे पहले भी हिमंता के खिलाफ इंडिया ब्लॉक के सभी दलों ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी उनके बयान को विभाजनकारी और नफरत से भरा भाषण बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी. उनका कहना था कि हिमंता अपने भाषण में मुस्लिमों को निशाना बनाया था. वे जहरीली शब्दों का उपयोग करके नफरत और आक्रोश की आग भड़का रहे हैं
दरअसल, हिमंता विस्वा सरमा ने अपने बयान में कहा था कि वे एक पार्टी को वोट देते हैं और हम आधा इधर और आधा उधर.