
पिस्कानगड़ी/ रांची : नगड़ी के कुटे, तिरिल , लाबेद, तिन सिमानी चौक में रविवार को झारखंड विस्थापित जन कल्याण समिति के बैनर तले एचईसी विस्थापितों का महाजुटान कार्यक्रम किया गया.इस दौरान विस्थापितों द्वारा राज्य सरकार के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन और नारेबाजी की गई.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष कुणाल शाहदेव ने कहा कि ग्रेटर रांची क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा फोरलेन सिक्स लेन रोड के नाम पर 200 फीट चौड़ी जमीन नापी कर एचईसी विस्थापित आदिवासी, मूलवासियों और गरीबों के मकान और दुकानों को तोड़ने की साजिश रची जा रही है.यहां विस्थापितों की जमीन पर होटल ताज नहीं बनने देंगे.सरकार के इस मंशे को कभी पूरा होने नहीं देंगे.
विस्थापितों की खेतीहर भूमि पर ताज होटल के नाम पर उनके घरो को भी तोडा गया, इस तरह की कई ज्वलंत मुद्दों को लेकर हम सभी विस्थापित एवं आम जन जुटान करके अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए, विकास के नाम पर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आन्दोलन को मजबूत करेंगे.
अब हमलोग लंबी लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं अपने अधिकार की लड़ाई में अगर हमें जान भी देना पड़े तो हम अपना जान देकर अपने अधिकार लिए लड़ेंगे.
मौके पर कांग्रेस, बड़कागांव की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद भी मौजूद थीं. उन्होंने कहा कि एचईसी विस्थापितों के हक और अधिकार के लिए वे राज्य सरकार से बात करेंगी. मौके पर विजय मुंडा, कृष्णा मिर्धा, प्रेमप्रकाश नाथ शाहदेव, महावीर लोहरा, किशोरनाथ शाहदेव, राकेश बैठा, महेंद्र मिर्धा, अनुज मिर्धा, शंभू उरांव, शोले उरांव, दिलीप सिंह, विनोद सिंह, उषा देवी, आशा देवी, पूनम देवी, विनोद लोहरा, विष्णु लोहरा, विजय बैठा और जैना उरांव सहित एचईसी विस्थापित गांव कुटे, आनी, लाबैद, तिरिल के सैकड़ों विस्थापित ग्रामीण मौजूद थे.