झारखंड रक्षा विश्वविद्यालय को सैनिक विश्वविद्यालय के रूप में गठन करने की इच्छा: राज्यपाल

झारखंड
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रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोमवार को राज भवन में राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नई दिल्ली के ‘Faculty & Course Members’  द्वारा  ‘National Security and Strategic Studies’ कोर्स के तहत झारखण्ड राज्य में ‘Economic Security’ पर अध्ययन के लिए आये टीम के सदस्यों के साथ संवाद करते हुए कहा कि विकास के लिए सुरक्षा एवं आर्थिक सुरक्षा दोनों महत्वपूर्ण है। वर्तमान में हमारा देश विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा कि मैं विभिन्न देशों का भ्रमण कर चुका हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, नई दिल्ली का गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थापित झारखंड रक्षा विश्वविद्यालय को सैनिक विश्वविद्यालय के रूप में गठन करने हेतु इच्छुक हैं।


राज्यपाल ने कहा कि झारखंड राज्य का गठन बिहार से अलग होकर 15 नवम्बर, 2000 को सृजन हुआ और जब यह संसद में विधयेक रखा गया था तब वे लोक सभा सांसद थे एवं उन्हें इस पर अपना मत देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राज्यपाल ने कहा कि यहां पर्यटन के विकास की असीम संभावनाएं हैं। यहां के कई स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। झारखण्ड राज्य में खेल के क्षेत्र में कई प्रतिभा हैं, महेंद्र सिंह धोनी, जिनके नेतृत्व में भारत ने 2011 में विश्व कप जीता, यहीं के रहने वाले हैं। झारखंड को ‘तीरंदाजी की भूमि’ कहा जाता है। यहां की कई बेटियां हॉकी में अपना सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन कर देश एवं झारखण्ड को गौरवान्वित कर रही है। उक्त अवसर पर उपस्थित ‘Course Members’ के टीम के सदस्यों ने अपने विचार प्रकट किये।

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