प्रदेश कांग्रेस का लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बैठक
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर की अध्यक्षता में झारखंड के कार्यकारी अध्यक्ष, सभी लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी, लोकसभा उम्मीदवार, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी, प्रवक्ता की बैठक प्रेस क्लब सभागार में संपन्न हुई जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर उपस्थित थे।
बैठक में पांच न्याय 25 गारंटी अभियान के संबंध में विस्तृत चर्चा तथा बूथ लेवल एजेंट पंजीकरण की अद्यतन स्थिति की पूरी जानकारी जिला अध्यक्ष एवं लोकसभा प्रभारी से ली गई और उस पर विस्तृत चर्चा के बाद बचे हुए बीएलए की पंजीकरण के लिए अविलंब दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में प्रदेश प्रभारी गुलाम मोहम्मद मीर ने लोकसभा उम्मीदवारों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक संसदीय स्तर पर एक केंद्रीय चुनाव कार्यालय खोलना है, जो 24*7 खुला रहेगा। कांग्रेस के मेनिफेस्टो का अनुसरण करना है। राहुल गांधी द्वारा जनता को दिए गए वचन का अनुसरण करना है,बूथ स्तर पर गारंटी कार्ड को जनता के बीच वितरित करना है, लोकसभा स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जिम्मेवारियों का बंटवारा करना है।
बैठक में उपस्थित नेताओं को संबोधित करते हुए गुलाम अहमद मीर ने कहा कि किसी भी पार्टी का मेनिफेस्टो पार्टी का रोड मैप होता है। कांग्रेस का इस बार का मेनिफेस्टो परंपरागत मेनिफेस्टो नहीं है बल्कि जब कई वर्षों से देश के लोगों की बात कोई नहीं सुन रहा था केंद्र सरकार आंखें बंद कर सोई पड़ी थी कानों को बंद किए हुए थी तब राहुल जी ने सुनने का काम किया। भारत जोड़ो यात्रा और उसके बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा के क्रम में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और मणिपुर से लेकर मुंबई तक लोगों की बातों को जानने के लिए राहुल गांधी ने एक महा जन संपर्क अभियान चलाया इस दौरान मिले लाखों लोगों की बातों को सैकड़ो कैमरों द्वारा रिकॉर्ड की गई। उन्हीं बातों के निचोड़ को कांग्रेस के मेनिफेस्टो में इस बार रखा गया है।इस मेनिफेस्टो में देश के लोगों की बातें हैं उनके दुख दर्द को दूर करने के तरीके हैं। आने वाले चुनाव में हमारी पहली लड़ाई संविधान बचाने के लिए है तो दूसरी लड़ाई लोगों के स्वतंत्रता के अधिकार को बचाने के लिए है कि लोग इस देश में अपनी मर्जी से कैसे रहे, क्या खाएं, क्या पहने, क्या बोलें इसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड में चुनावी माहौल अच्छा है और कभी भी चुनाव उम्मीदवार नहीं लड़ता बल्कि संगठन लड़ता है। उम्मीदवार की घोषणा कभी भी हो सकती है लेकिन संगठन की अपनी तैयारी कई महीनो से जारी रहती है। इसी संगठन की बदौलत चुनाव में उम्मीदवारों की हार जीत होती है।
उम्मीदवारों की हार जीत उनकी व्यक्तिगत हार जीत नहीं बल्कि संगठन की हार जीत होती है। कांग्रेस के पांच न्याय 25 गारंटी को हमें जनता के समक्ष पूरी तरह से रखना होगा ताकि आम जनता मोदी द्वारा दी गई झूठी गारंटी और कांग्रेस द्वारा पूर्व में दी गई गारंटी और आगामी चुनाव के लिए दी जा रही गारंटी की तुलना कर सके।
उन्होंने कहा कि पूरा देश भाजपा के चंगुल से आजाद होना चाह रहा है उनके झूठे जुमले को सुन सुन कर जनता के बीच असंतोष बढ़ता जा रहा है और जनता के सब्र का पैमाना छलक चुका है और अपने गुस्से को वह मतदान में तब्दील करना चाहती है हमें जरूरत है कि हम जनता को यह विश्वास दिला सके कि कांग्रेस और उनके गठबंधन के सहयोगी हमेशा उनके साथ खड़े थे और साथ खड़े रहेंगे।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, बन्धु तिर्की, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद रामटहल चौधरी, मंत्री रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, उमाशंकर अकेला, नमन विक्सल कोन्गाडी, रामचन्द्र सिंह, राजेश कच्छप, भूषण बाड़ा, शिल्पी नेहा तिर्की, लोकसभा प्रत्याशी सुखदेव भगत, जयप्रकाश भाई पटेल, लोकसभा को-ऑर्डिनेटर- केशव महतो कमलेश, बन्ना गुप्ता, प्रदीप तुलस्यान, सुलतान अहमद, जयशंकर पाठक, रमा खलखो, भीम कुमार, मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, संगठन महासचिव अमुल्य नीरज खलखो मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रवक्ता सोनाल शांति, कमल ठाकुर, ऋषिकेश सिंह, शमशेर आलम, शान्तनू मिश्रा, शकील अहमद, आभा सिन्हा, जगदीश साहू, निरंजन पासवान, जिला प्रभारी- रवीन्द्र वर्मा, अनूकुल मिश्रा, अजय सिंह, विनोद कुशवाहा, चन्द्रशेखर शुक्ला, बलजीत सिंह बेदी, जवाहर लाल महथा, शिव कुमार भगत, सुरेश बैठा, अजय नाथ शाहदेव, रंजन बोयपाई, आशिक अंसारी, विजय चौबे, विनय सिन्हा दीपू, सत्यनारायण सिंह, महेश चन्द्रवंशी, उदयप्रकाश, दिनेश यादव, भागीरथ पासवान, शैलेन्द्र यादव, प्रमोद सिंह, धनंजय सिंह, सतीश केडिया, उमेश गुप्ता, राशिद रजा अंसारी, चन्द्रशेखर दास, राकेश किरण महतो, रवि मिश्रा, चैतु उरांव, सुखेर भगत, शकील अहमद अंसारी, मुनेश्वर उरांव, जेश रंजन पाठक आदि शामिल थे।