महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार, सीएम ममता देगी इस्तीफा ?

महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार, सीएम ममता देगी इस्तीफा ?

राजनीति
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आठ अगस्त की रात पश्चिम बंगाल की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. देश भर में महिला डॉक्टर को इंसाफ और न्याय दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतर कर आवाज को बुलंद कर रहे हैं. शहर- शहर, सड़क- सड़क डॉक्टर सहित, तमाम सामाजिक, राजनितिक पार्टियों के लोग रेप और हत्या के बाद इन्साफ की मांग रहे हैं.

इसी कड़ी में झारखण्ड भाजपा ने प्रेस वार्ता कर ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवम पूर्व सांसद जफर इस्लाम ने कहा कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म और फिर जघन्य हत्या की घटना हृदय विदारक है। इससे केवल पश्चिम बंगाल ही नही बल्कि पूरा देश शर्मसार हुआ है।

घटना से भी ज्यादा चिंतनीय राज्य सरकार की नियत और मंशा की हो रही। माननीय उच्च न्यायालय ने भी इस और सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए गंभीर चिंता व्यक्त की है।

36घंटे की ड्यूटी करने के बाद एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर आराम करने जाती है और उसके साथ सामूहिक बलात्कार होता है,फिर ऐसी निर्मम हत्या होती है जिसका शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। चश्मा का शीशा भी पीड़िता के आंखों में धंस जाता है।

इतनी विभत्स घटना के बाद मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को राज्य सरकार द्वारा एफआईआर नही कराने का निर्देश देना स्पष्ट करता है कि पूरी घटना को सरकार के संरक्षण में अंजाम दिया गया है। रिनोवेशन के नाम पर दुष्कर्म एवम हत्या के साक्ष्य मिटाए गए।

एक तरफ बिना एफआईआर कराए साक्ष्य मिटाए जा रहे थे दूसरी ओर जनता की सहानुभूति बटोरने के लिए ममता बनर्जी सीबीआई जांच की बात भी कर रही थी। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर साक्ष्य मिटाने के बाद सीबीआई जांच का आदेश क्यों दिया गया।

ममता सरकार ने कॉलेज के प्राचार्य को दंडित करने के बजाए पुरस्कृत किया। तुरंत उनका तबादला दूसरे मेडिकल कॉलेज में कर दिया गया। आज ममता बनर्जी एक साथ पश्चिम बंगाल सरकार की गृह मंत्री,स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री हैं।लेकिन अपने अधिकारों का प्रयोग वे अपराधी को संरक्षण देने में कर रही। नाम की ममता बनर्जी है लेकिन पूरी निर्दयी हैं। कारवाई के बदले कैंडल मार्च निकाल रही है। मार्च निकालकर ममता बनर्जी यह बता रही कि वे सरकार चलाने में सक्षम नहीं है।

सरकार का काम अपराधियों,बलात्कारियों को सजा दिलाना है लेकिन ममता बनर्जी उनका संरक्षण दे रही, इसलिए उन्हे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नही है। झारखंड और पश्चिम बंगाल में अपराधियों को लेकर समानताएं हैं। झारखंड में भी महिलाएं प्रताड़ित हो रही। राज्य में 7 हजार से अधिक बलात्कार की घटनाएं हो चुकी। पर सजा दिलाने में हेमंत सरकार भी विफल रही है।यह सरकार भी अपराधियों को संरक्षण दे रही। दोनो राज्य सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में डूब गई है। जनता की भलाई से कुछ भी लेना देना नही। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह,सह प्रभारी अशोक बड़ाइक भी उपस्थित थे।

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