झारखंड में एग्जिट पोल के नतीजों के अनुमानों को गलत साबित करते हुए इंडिया गठबंधन ने 56 सीट पर जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की.वहीं डबल इंजन की सरकार बनाने की उम्मीद पालें एनडीए दलों की हालत खस्ता हो गई. 24 सीटों पर ही सिमट कर रह गई. झारखंड की राजनीति में पहली बार हुआ कि किसी सरकार ने दोबारा दो तिहाई बहुमत से सत्ता में वापसी की है.
26 को शपथ ग्रहण करेंगे हेमंत
हेमंत के नेतृत्व वाली इंडिया गठबंधन में जहां जेएमएम को 34 सीटें मिली तो कांग्रेस को 16 वहीं वाम दल को 2 सीट मिली तो राजद ने भी चार सीट पर कब्जा किया. दूसरी ओर एनडीए की बात करें तो बीजेपी को 21 सीट मिली तो लोजपा(रा) को एक और आजसू भी एक सीट पर सिमट गई और जदयू को भी एक सीट मिली. इस बीच इस बात का चर्चा राज्य में जोरों शोरों से चल रही है कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में अगली सरकार किस दिन बनेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबित हेमंत सोरेन 26 नवंबर को सीएम पद की शपथ लेंगे. इसके साथ ही झारखंड में नई सरकार का गठन होगा.
5 विधायक पर एक मंत्री
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 2019 के चुनाव परिणाम के बाद गठबंधन में शामिल दलों के बीच चार विधायकों पर एक मंत्री पद देने का फॉर्मूला तय किया गया था लेकिन इसबार थोड़ा उलट होगा. ऐसे में 2024 में पांच विधायक पद पर एक मंत्री पद दिया जाने की चर्चा है. हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि राजद और भाकपा-माले को एक एक मंत्री पद दिया जाएगा. कांग्रेस को 3-4 मंत्री पद मिलेगा. जेएमएम के खाते में 6 मंत्री पद जा सकते हैं.