
रांची: हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का गंभीर मामला सामने आया है. कटकमदाग निवासी कुणाल भारद्वाज ने विधायक प्रदीप प्रसाद पर जमीन माफियाओं के साथ मिलकर कटकमदाग प्रखंड क्षेत्र के खपरियावां में हमारी खत्तियानी जमीन आठ एकड़ को कब्जा करने की कोशिश कर रहे है.
पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग को लेकर सोमवार को रांची के प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर सीएम हेमंत से न्याय की गुहार लगाई.

श्री कुणाल ने प्रेस वार्ता में बताया कि हम हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के खपरियांवां गांव के निवासी है, वर्ष 2009 में मेरे पिताजी स्वर्गीय कमला प्रसाद मिश्र ने प्रदीप प्रसाद को खाता 542 का प्लॉट 1647, 1659 में आठ एकड़ जमीन एग्रीमेंट किए थे. पिताजी प्रदीप प्रसाद से पैसा मांगते रहे लेकिन प्रदीप प्रसाद ने पैसा देने से साफ इंकार कर दिए इस दौरान इलाज के आभाव में मेरे पिताजी का स्वर्गवास हो गया.
स्वर्गीय कमलाकांत मिश्र के पुत्र कुणाल भारद्वाज ने बताया कि उनके पिता किडनी के पेशेंट थे इलाज के अभाव में और पैसे के अभाव में उनकी मृत्यु हो गई लेकिन फिर भी विधायक प्रदीप प्रसाद ने उन्हें जमीन का पैसा नहीं दिया .
वही बताया गया कि दिनांक 31 दिसंबर 2010 को अकाउंट नंबर 3034 31 55 270 स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया का एक 51 लाख का चेक दिया गया था जो आज तक क्लियर नहीं हो पाया जिसमें की विधायक प्रदीप प्रसाद का सिग्नेचर भी देखा जा सकता हैं।

जिसके बाद श्री प्रसाद भू माफियाओं के साथ मिलकर मेरे जमीन को कब्जा करने की कोशिश कर रहे है .साथ ही उनके लोगों के द्वारा लगातार मेरे परिवार को डराया धमकाया जा रहा है. कभी जान से मारने तो कभी गोली चलाकर डर पैदा करना तो कभी घर चढ़कर गाली गलौज करना, मेरे छोटे छोटे बच्चों को उठा लेने की लगातार धमकी देने का काम किया जा रहा है. पीड़िता ने सीएम हेमंत से न्याय की गुहार लगाई है.
जमीन माफियाओं ने अपनी ताकत का प्रयोग कर मेरे जमीन पर एक रूम का भी निर्माण किया है जहां उसके कुछ लोग रहते है. जब भी हम या हमारे परिवार का सदस्य वहां जाता है तो उन्हें गाली गलौज, मार पीट कर उन्हें वहां से भगा दिया जाता है.
वही पीड़ित कुणाल भारद्वाज ने बताया कि हमारे पास सभी कागजात और सबूत मोबाइल में इकट्ठे हैं वक्त आने पर हम उसे भी दिखा सकते हैं ।
पीड़ित कुणाल ने बताया कि पीयूष पांडे, आयुष सिंह, रौनक सिंह, मोंटी पहलवान ( मोंटी खान ) के नाम से कटकमदाग थाना में हमने एफआईआर करवाया है किंतु अबतक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे मेरे और मेरे परिवार के लोगों को जान का खतरा है परिवार काफी डरे हुए है.

पीड़ित कुणाल ने कहा कि अगर मेरे और मेरे परिवार के साथ कोई घटना घटती है तो उसके जिम्मेवार सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, पीयूष पांडे, आयुष सिंह, रौनक सिंह, मोंटी पहलवान ( मोंटी खान ) होंगे.
इस मामले पर जब विधायक प्रदीप प्रसाद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी झारखंड से बाहर हूं आने के बाद इस विषय पर जानकारी दूंगा.