रांची: आदिवासियों के सामाजिक धार्मिक एवं रैयती जमीन की लूट रोकने को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठन के प्रतिनिधि मंडल पूर्व मंत्री देव कुमार धान के नेतृत्व में रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिंन्हा से मुलाकात किया गया एवं सरकारी कर्मचारी पदाधिकारी एवं भू माफियाओं के गंठजोड़ से आदिवासी जमीन लूट के मुद्दों को रखा गया कांके अंचल के चौड़ी मौजा के खाता नंबर 72 प्लॉट नंबर 68 रकबा 40 डी बकास्त पहनई जमीन को जमीन वापसी का आदेश दिया गया है परंतु अभी तक दखल देहानी नहीं मिला है। इस तरह कांके आंचल ग्राम चर्दी खाता नंबर 220 प्लॉट नंबर 1058रकबा 83 डिसमिल जमीन का भी कोर्ट द्वारा जमीन वापसी का आदेश दिया गया है परंतु अभी तक दखल देहनी नहीं मिला। मोरहाबादी मौजा खाता नंबर 73 प्लाट नंबर 1505 रकबा 12 डिसमिल का भी जमीन वापसी का आदेश आया है परंतु इसका भी दखल दिहानी नहीं हुआ। मिसिर गोंदा तालाब को गलत ढंग से बंदोबस्ती कर लिया गया। इधर जमीन दलालों द्वारा आदिवासियों की जमीन को डरा धमका कर लूट रहे हैं। कांके, चामा,नगड़ी, बडागाई, हुण्डरू, कोंगें जयपुर आदि जगहों पर जमीन लूट पर एवं लोहारा आदिवासी को जनजाति प्रमाण पत्र निर्गत करने एवं लोहारा जमीन पर गैर आदिवासी को निबंधन बन्द करने को लेकर
उपायुक्त से विभिन्न संगठन के द्वारा आवेदन देकर आदिवासियों के धार्मिक सामाजिक रयैती जमीन को बचाने की गुहार लगाईं गई।
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री देव कुमार धान संयोजक आदिवासी महासभा, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, परनु उरांव, अध्यक्ष, जमीन बचाओ संघर्ष समिति चामा, कांके, संजय तिर्की, महासचिव, केंद्रीय सरना समिति रांची बलकु उरांव, अध्यक्ष, झारखंड आदिवासी मोर्चा, निर्मल पहान, महासचिव, झारखंड आदिवासी संयुक्त मोर्चा, राजी पड़हा प्रार्थना सभा के तानसेन गाडी़,बैजनाथ लोहार अध्यक्ष आदिवासी लोहरा समाज, मादी उरांव एवं अन्य शामिल थे।