पीएम झारखंड के जमशेदपुर आए जहां उन्होंने कई योजनाओं का शुभारंभ किया. छह वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना की. इस दौरान उन्होंने गोपाल मैदान में बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कहा पहले की सरकारें खनिज संसाधनों से संपन्न झारखंड और दूसरे इलाके से वसूली करती थी. मैने डीएमएफ बनाकर आपको आपका हक दिलाया. आज भी भाजपा केंद्र में रहकर झारखंड के विकास के लिए पूरे समर्पण भाव से काम कर रही है. आप राज्य में एक बार भाजपा को मौका दीजिए, बीजेपी झारखंड के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. महागठबंधन की सरकार पर हमलावर होते हुए पीएम ने कहा कि झारखंड के तीन सबसे बड़े दुश्मन है. उनको झारखंड के लोग जितनी जल्दी पहचान ले उतना अच्छा होगा. वो है जेएमएम, काग्रेंस और राजद. झारखंड के निर्माण का बदला आज भी राजद ले रही है. कांग्रेस को झारखंड से नफरत है ही, इसलिए देश पर दशकों तक राज करने के बाद काग्रेस दलित, पिछड़ों, आदिवासी समाज को आगे नहीं बढ़ने दिया. ये लोग सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. जेएमएम वाले आदिवासियों के वोट से अपनी राजनीति चमकाई आज वह आदिवासी के जंगल जमीन पर कब्जा करने वाले के साथ है.
बांग्लादेशी घुसपैठियों ने उड़ाई झारखंड की मां-बेटियों की निंद
आज झारखंड का सबसे बड़ा मुद्दा घुसपैठ है. जिसकी वजह से यहां की बेटियों के मां-बाप की रातों की निंद उड़ी हुई है. हाईकोर्ट ने स्वतंत्र पैनल से घुसपैठ की जांच का आदेश दिया है लेकिन जेएमएम मानने को तैयार नहीं है कि संथाल और कोल्हान में बांग्लादेश घुसपैठ बहुत बड़ा खतरा है . इस पूरे क्षेत्र की पहचान यहां की डेमोग्राफी बहुत तेजी से बदल रही है. संथाल में आदिवासियों की आबादी भी तेजी से कम हो रही है यहां के लोगों की जमीन हड़पी जा रही है घुसपैठी यहां की व्यवस्था, पंचायत पर कब्जा कर रहे हैं बेटियों के साथ अत्याचार बढ़ रहा है. झारखंड का शहर हो या गांव, इस घुसपैठ के कारण हर झारखंडी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. जेएमएम के लोग बांग्लादेशी घुसपैठ के साथ खड़े हैं.
झारखंड में घुसा कांग्रेस का भूत
ये घुसपैठ जेएमएम को अपने कब्जे में ले रही है. जेएमएम के बीच में भी ये लोग घुस गए हैं. जेएमएम में कांग्रेस का भूत घूस गया है जबक किसी पार्टी में कांग्रेस का भूत घूस जाता है तो तुष्टिकरण ही उस दल का एकलौता एजेंडा बन जाता है इसलिए सबसे पहले ये लोग दलित, आदिवासी और पिछड़ा समाज के लोगों की बलि चढ़ाते है यही हाल जेएमएम का है. इसलिए हमें एक बात समझनी होगी कि जेएमएम और कांग्रेस जैसे दलों को आपका वोट नहीं चाहिए. मजहब के नाम पर ये लोग अपना वोटबैंक बनना चाहते हैं. ये वही समय है जब हमें इसे रोकना होगा.
चंपाई को जेएमएम ने किया अपमानित
भाजपा को मजबूत करना होगा, झारखंड के नागरिक को एकजुट होना होगा. वोट बैंक की पॉलिटिक्स करनेवाले किसी के सगे नहीं होते. जेएमएम के पांच साल का कार्यकाल इसका सबूत है. ये लोग वोट के लिए आदिवासी के नाम पर राजनीति करते हैं. जेएमएम के लिए अपना सियासी फायदा सबसे उपर है. क्या चंपाई सोरेन आदिवासी नहीं थे क्या वो गरीब परिवार से नहीं आते थे क्या, लेकिन जिस तरह उन्हें अपमानित किया गया, सीएम की कुर्सी कब्जाने के लिए उन्हें हटाया गया. उससे आदिवासी के दिल में गहरी चोट पहुंची है.