रांची: ‘साहित्य अमृत’ के तत्वावधान में आयोजित ‘युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता’ के पुरस्कारों की घोषणा हेतु निर्णायक मंडल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में निर्णायक मंडल के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, राजकुमार गौतम एवं अलका सिन्हा तथा पत्रिका के संपादक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी एवं संयुक्त संपादक डॉ. हेमंत कुकरेती ने भाग लिया।
पत्रिका प्रकाशन के तीस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के लिए 40 वर्ष तक के युवा हिंदी कहानीकारों से ‘युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता’ के लिए न्यूनतम 1000 शब्दों की मौलिक, अप्रकाशित या टंकित कहानियाँ आमंत्रित की थीं। इससे पूर्व ‘युवा कहानी प्रतियोगिता’ पहली बार वर्ष 2015 में आयोजित की गई थी।
400 से अधिक प्रविष्टियों में से हरदा (म.प्र.) के श्री सागर करोड़े की कहानी ‘जमीन और आसमान’ को ₹ 31,000/- के प्रथम पुरस्कार, जालोर (राजस्थान) के खुशाल सिंह की कहानी ‘चिड़िया’ को ₹21,000/- के द्वितीय पुरस्कार, पाली (राजस्थान) के विनोद कुमार दवे की कहानी ‘जीमण’ को ₹ 11,000/- के तृतीय पुरस्कार तथा वाराणसी (उ.प्र.) के शिवम सिंह की कहानी ‘सहजोग’, चुरू (राजस्थान) की सुमन पारीख की कहानी ‘बुली की मुहब्बत’, दिल्ली के श्री वैभव पी. सुमित्रा की कहानी ‘नया संकल्प’, मधुबनी (बिहार) के रवि कुमार झा की कहानी ‘केवलपुर का सूरज’ एवं कामासंद्रा (बेंगलुरु) के ऐश्वर्य मिश्रा की कहानी ‘झेलम’ को 5,100/- के प्रोत्साहन पुरस्कार देने की घोषणा की गई। पुरस्कार वितरण समारोह अगस्त 2025 में आयोजित किया जाएगा। ये पुरस्कृत कहानियाँ तथा कुछ अन्य श्रेष्ठ चयनित कहानियाँ ‘साहित्य अमृत’ के अगस्त 2025 में 31वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर प्रकाश्य ‘कहानी विशेषांक’ में प्रकाशित की जाएँगी।
