
झारखंड/ रांची : झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के आठवें व झारखंड श्रमिक संघ के दसवें केंद्रीय महाधिवेशन का आयोजन शनिवार को कांके रोड स्थित सीएमपीडीआई के रवींद्र भवन में किया गया. महाधिवेशन में सांसद शिबू सोरेन को फिर से यूनियन का अध्यक्ष चुना गया.
यूनियन के सम्मेलन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऑनलाइन संबोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यूनियन ही मजदूरों की ताकत है. इसको मजबूत करें. मजदूरों की आवाज बनें. पहली बार शिबू सोरेन इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
श्रमिकों और गरीबों के हक अधिकारों की लड़ाई में पार्टी हमेशा यूनियन के साथ खड़ी रही है : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन की तबियत बिगड़ जाने के कारण उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया है जहां उनका इलाज चल रहा है. पिता के इलाज में व्यस्त सीएम हेमंत सोरेन यूनियन के आठवें महाधिवेशन में शामिल नहीं हो सके . उन्होंने दिल्ली से ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित किया इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा से श्रमिकों, गरीबों व वंचितों के अधिकारों की लड़ाई में उनके साथ खड़ी रही है. हम आदिवासियों-मूलवासियों, श्रमिकों और विस्थापितों को उनका हक-अधिकार दिलाने के लिए काम करते रहेंगे.
पार्टी की नींव ही संघर्ष और श्रमिक हितों पर टिकी है. संघर्ष की भावना और जमीनी जुड़ाव पहले की तरह कायम है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड सरकार देश-विदेश में संकट में फंसे श्रमिकों की मदद के लिए लगातार प्रयासरत है. उत्तराखंड, दुबई और ऑस्ट्रेलिया जैसे स्थानों से श्रमिकों को सुरक्षित वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं.
पहली बार गुरु जी नहीं ले रहे हैं हिस्सा

संविधान संशोधन समिति के सदस्य विनोद पांडेय ने कहा कि गुरुजी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण पहली बार इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. गुरु जी इस यूनियन के अध्यक्ष हैं. यूनियन शुरू से विस्थापितों के अधिकार को लेकर संघर्ष करता रहा है. मजदूरों की आवाज प्रबंधन तक पहुंचायेंगे. इस मौके पर समारोह को विधायक मथुरा महतो ने भी संबोधित किया. कहा कि यूनियन को मजदूरों की आवाज बनानी है. इसके लिए मिलजुल कर काम करने की जरूरत है.
देशव्यापी मजदूर आंदोलन को यूनियन ने किया समर्थन
महाधिवेशन तैयारी समिति के सदस्य फागू बेसरा ने कहा कि नौ जुलाई को मजदूर संगठनों का देशव्यापी आंदोलन है. इसमें हमारी यूनियन सक्रिय रूप से हिस्सा निभायेगी. यूनियन लगातार मजदूरों और विस्थापितों की लड़ाई रही है. निजीकरण का विरोध कर रहे हैं.
हाथ खींचने से आगे बढ़ते हैं, पैर खींचने से पीछे

सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे उत्पाद मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि यूनियन धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. संगठित रहने के बावजूद यूनियन को जिस तेजी से आगे जाना चाहिए था, नहीं जा रहा है. इसके कई कारण है.
आज भी कोयला कंपनियों की कई इकाइयों के मजदूर हमारे साथ नहीं आ रहे हैं. इसके लिए चिंता करनी होगी. मजदूरों की आवाज बननी होगी. उनके सुख-दुख का साथी बनना होगा. यूनियन जिसको पदाधिकारी बना रहा है, उसको पूरा सहयोग करना होगा. हाथ खींचने से हम आगे बढ़ते हैं, लेकिन पैर खींचने से पीछे. यह समझना होगा.
झारखंड कोलियरी कामगार यूनियन का हुआ विलय
महाधिवेशन में स्वर्गीय जगन्नाथ महतो द्वारा गठित झारखंड कोलियरी कामगार यूनियन का विलय झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन में किया गया. स्व महतो के पुत्र अखिलेश महतो ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि पिताजी भी हमेशा मजदूरों की लड़ाई लड़ते थे. हम इस लड़ाई को मिलकर आगे बढ़ायेंगे.
छः प्रस्ताओं पर लगी मुहर

महाधिवेशन में सर्वसम्मति से छः प्रस्ताव पारित किए गए निजीकरण, मजदूर विरोधी चार श्रमिक कोड का विरोध मजदूरों व विस्थापितों के अधिकार के लिए संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया गया. विस्थापित रैयतों को भूमि का मुआवजा बाजार दर के चार गुना देने सभी योग्य अठारह वर्ष से ऊपर बिस्थापित बेरोजगारों को नौकरी पुनर्वास के तहत पच्चीस डिसमिल भूखंड में निर्मित पक्का मकान भूमि के बदले भूमि कोल इंडिया में रैयतों को शेयर पॉटर बनाना शामिल हैं.
पुनर्वास नीति 2012 को संशोधन करने की मांग
कोल इंडिया का पुनर्वास नीति 2012 को संशोधन कर पुनर्वास भु-अर्जन कानून 2013 के मुताबिक बनाने का मांग किया गया है.
बंदोबस्त गैरमौजूरवा खास एवं वन भूमि अधिकार के तहत प्राप्त वन पट्टा धारित रैयतों को मुआवजा देने की मांग शामिल है.
केंद्रीय समिति और कार्यकारणी सदस्यों का हुआ चयन
केंद्रीय महाधिवेशन में अगले कार्यकाल के लिए केंद्रीय समिति सदस्यों का घोषणा एवं कार्यकारणी सदस्यों का चयन सर्वसम्मति से किया गया.
सर्वसम्मति से झारखंड कोलयरी मजदूर यूनियन का केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, उपाध्याय मथुरा प्रसाद महतो, विनोद कुमार पांडेय, महासचिव फागू बेसरा, सचिव जय नारायण महतो, कोषाध्यक्ष सोनाराम मांझी चुने गए हैं.
झारखंड श्रमिक संघ के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन, महासचिव फागू बेसरा, संयुक्त सचिव शैलेन्द्र मैथ्यू, कोषाध्यक्ष संजीव बेदिया चुने गए.