रांची: राज्य में आर्थिक प्रगति के साथ ही अन्य विकासात्मक मुद्दों पर बुधवार को चैंबर भवन में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा में मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद (राज्यसभा) जयराम रमेश और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय उपस्थित थे। चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने राज्य के व्यापार, उद्योग के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुए कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों जैसे भवन नियमितीकरण योजना को जल्द प्रभावी करने, राज्य में बंद पड़ी खदानों को खोलने, रूग्ण होते अभ्रक उद्योगों के रिवाइवल हेतु हस्तक्षेप करने, झारखण्ड में निफ्ट की स्थापना का प्रस्ताव केंद्र को भेंजने, खासमहल भूमि को फ्रीहोल्ड करने और प्रत्येक जिले में महिला मार्केट की स्थापना के लिए सरकार के स्तर पर हस्तक्षेप को जरूरी बताया। साथ ही उन्होंने झारखण्ड राज्य कृषि उपज और पशुधन विपणन (संवर्धन और सुविधा) विधेयक को स्थाई रूप से वापस लेने का निर्णय करने को जरूरी बताया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने अपने उद्बोधन में राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार साझा किये। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने झारखण्ड के चहुंमुखी विकास में व्यापार व उद्योग जगत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। मौके पर रांची लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की प्रत्याशी यशस्विनी सहाय भी उपस्थित थीं। परिचर्चा के आयोजन में झारखण्ड प्रोफेशनल कांग्रेस के आदित्य विक्रम जयसवाल ने मुख्य भूमिका निभाई। परिचर्चा का मंच संचालन कार्यकारिणी सदस्य प्रवीण लोहिया ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सह सचिव शैलेष अग्रवाल ने किया।
परिचर्चा में उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, महासचिव परेश गट्टानी, सह सचिव अमित शर्मा, कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी, कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार, राम बांगड, नवजोत अलंग, संजय अखौरी, पूर्व अध्यक्ष केके पोद्दार, अरूण बुधिया, मनोज नरेडी, सदस्य संतोष अग्रवाल, शषांक भारद्वाज, मनोज मिश्रा, किशन अग्रवाल, आनंद जालान, निरंजन शर्मा, विनय सिन्हा दिपू, डॉ एससी जैन, सुबोध वर्मा, मुकेश श्रीवास्तव, मुकेश कुमार, मीनाक्षी सिंह, श्रीराम शर्मा, एम आसीफ, तरूण सहाय, राजीव चौधरी समेत कई लोग उपस्थित थे।