रांची: कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) झारखंड में मास्टरकार्ड सेंटर फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ की सहायता से डिजिटल सक्षमता परियोजना के माध्यम से सूक्ष्म उद्यमों को सशक्त बनाने के लिए प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। यह पहल एमएसएमई व्यवसायों को नया आकार देकर अनछुए बाजारों तक पहुंचने में मदद कर रही है। यह कार्यक्रम अब तक 7,335 से अधिक लोगों तक पहुंच चुका है, जिसमें 2,617 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया और 116 से अधिक लोगों ने डिजिटल उपकरणों को अपना लिया है। डिजिटल सक्षम ने झारखंड के स्थानीय उद्यमियों को डिजिटल टूल्स का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाया है, जिससे वे अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बढ़ा रहे हैं और डिजिटल भुगतान की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इससे न केवल व्यवसायों को विकास का अवसर मिला है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों तक सेवाओं की पहुंच भी आसान हो गई है। सीआईआई नेशनल एमएसएमई काउंसिल के चेयरमैन समीर गुप्ता ने कहा कि डिजिटल सक्षम पहल ने झारखंड के छोटे व्यवसायों को डिजिटल युग के अवसरों का लाभ उठाने के लिए सशक्त किया है। व्यापक प्रशिक्षण और समर्थन के माध्यम से यह पहल न केवल उनकी डिजिटल क्षमताओं को बढ़ा रही है, बल्कि स्थानीय व्यापार समुदाय में नवाचार और विकास की संस्कृति को भी प्रोत्साहित कर रही है।”
बहुत से लोगों को इस पहल से लाभ हुआ है और इनमें एक सफलता की कहानी है आनंद प्रकाश की, जिन्होंने बाकर जिले, झारखंड में अपनी एनजीओ की नौकरी छोड़कर “जस्ट कम्स” नाम से व्यवसाय शुरू किया। वे पैन, आधार और वोटर कार्ड जैसी ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करते हैं। डिजिटल सक्षम प्रशिक्षण के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपने व्यवसाय का प्रचार किया, जिससे उनकी सेवाओं की पहुंच और लोकप्रियता बढ़ी। उन्होंने एक सॉफ्टवेयर विकसित किया और फ्रेंचाइजी शुरू की, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकीं। उनका यह प्रयास ग्रामीण इलाकों में डिजिटल सशक्तिकरण का उदाहरण है।
