टिकट काटे जाने पर 2 करोड रुपए घूस मांगने का अकेला के आरोप को भुला दिया कांग्रेस ने
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कांग्रेस के प्रभारी अब्दुल गनी मीर और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश को सवाल करते हुए कहा कि इन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उमाशंकर अकेला को वापस लेने में क्या और कितने की डील हुई है? जब उमाशंकर अकेला का कांग्रेस ने बरही विधानसभा से पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट काटा था तो उमाशंकर अकेला ने इन बड़े नेताओं पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था।

अकेला ने 25 अक्टूबर , 2024 को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस के प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष को ₹2 करोड रुपए घूस नहीं देने के कारण उनका टिकट काटा गया। उस समय कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा था कि उमाशंकर अकेला पर लीगल एक्शन होगा।लेकिन लीगल एक्शन की बात तो छोड़िए अब उनकी ससम्मान वापसी हो गई।
यह बड़े आश्चर्य की बात है कि उमाशंकर अकेला को पूरे सम्मान के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की उपस्थिति में पार्टी ने वापस शामिल कर लिया। ये वापसी कई प्रश्नों को जन्म देता है। पहले तो यह की उमाशंकर अकेला के दो करोड़ घूस के आरोप पर कांग्रेस ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर इस आरोप को पुख्ता करने का काम किया था ।अब तो अकेला की सम्मान से घर वापसी ने घूस के आरोप पर मोहर लगाने का काम किया है।
कभी महात्मा गांधी के आदर्शों पर चढ़ने वाली कांग्रेस पार्टी सोनिया- राहुल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार जैसे छोटे चीजों को बड़ा मुद्दा नहीं मानती।